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Qutub Minar: badlo main chipa sir

By: Material type: TextTextPublication details: Manjul Publishing House Bhopal 2021Description: 31 pISBN:
  • 9789389647501
Subject(s): DDC classification:
  • 954.56 GUP
Summary: नारायणी गुप्ता की बचपन की कई ख़ुशनुमा यादें हैं - दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों में पिकनिक मनाने की यादें। इनमें सबसे खास है कुतुब मीनार पर चढ़कर नीचे साफ़ हवा में दूर-दूर तक फैले चमकते लैण्डस्केप को देखना। नारायणी और उनके छात्र अक़्सर बातें करते हैं कि कैसे पुरानी इमारतें और लैण्डस्केप हमें अपने बीते हुए वक़्त को समझने में मदद करते हैं। नारायणी धरोहर यात्रा के आयोजकों का भी एक हिस्सा रही हैं। इन इमारतों के संरक्षण के लिए इन्होंने चौकीदार की भूमिका अदा की है। इनका मानना है कि लोगों को अपने मोबाइल अपनी जेब के हवाले कर देने चाहिए अन्यथा वे कितना कुछ देखने से महरूम रह जाते हैं। जैसे पुरानी र्इंटों पर गिरती धूप या फिर दूर दिखता किसी इमारत का गुम्बद। (https://manjulindia.com/qutub-minar-badlo-main-chipa-sir.html)
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Book Book Indian Institute of Management LRC General Stacks Hindi Book 954.56 GUP (Browse shelf(Opens below)) 1 Available 005332

नारायणी गुप्ता की बचपन की कई ख़ुशनुमा यादें हैं - दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों में पिकनिक मनाने की यादें। इनमें सबसे खास है कुतुब मीनार पर चढ़कर नीचे साफ़ हवा में दूर-दूर तक फैले चमकते लैण्डस्केप को देखना। नारायणी और उनके छात्र अक़्सर बातें करते हैं कि कैसे पुरानी इमारतें और लैण्डस्केप हमें अपने बीते हुए वक़्त को समझने में मदद करते हैं। नारायणी धरोहर यात्रा के आयोजकों का भी एक हिस्सा रही हैं। इन इमारतों के संरक्षण के लिए इन्होंने चौकीदार की भूमिका अदा की है। इनका मानना है कि लोगों को अपने मोबाइल अपनी जेब के हवाले कर देने चाहिए अन्यथा वे कितना कुछ देखने से महरूम रह जाते हैं। जैसे पुरानी र्इंटों पर गिरती धूप या फिर दूर दिखता किसी इमारत का गुम्बद।
(https://manjulindia.com/qutub-minar-badlo-main-chipa-sir.html)

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