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Andhavishwas unmoolan: vichar - vol.1

By: Contributor(s): Material type: TextTextPublication details: Rajkamal Pradhan New Delhi 2022Description: 173 pISBN:
  • 9788126727926
Subject(s): DDC classification:
  • DAB 398.410954
Summary: अंधविश्वास उन्मूलन और डॉ. नरेन्द्र दाभोलकर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं ! निरंतर 25 वर्षों की मेहनत का फल है यह ! अंधविश्वास उन्मूलन का कार्य महाराष्ट्र में विचार, उच्चार, आचार, संघर्ष, सिद्धांत जैसे पंचसूत्र से होता आ रहा है ! भारतवर्ष में ऐसा कार्य कम ही नजर आता है ! अन्धविश्वास उन्मूलन : सिद्धांत पुस्तक में गहन विचार मंथन है| ईश्वर, धर्म, अध्यात्म, धर्मनिरपेक्षता जैसे विषयों पर समाज-सुधारकों और विवेकवादी चिंतकों ने समय-समय पर जो विचार व्यक्त किये, उनके मतभेदों को आन्दोलन के अनुभवों के आधार पर और व्यक्तिगत चिंतन द्वारा परिभाषित किया गया है| ईश्वर के अस्तित्व पर विचार करते हुए लेखक का मुख्य उद्देश्य है कि—‘व्यक्ति को विवेकशील बनाकर ही विवेकवादी समाज-निर्माण का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है|’ अन्धविश्वास के तिमिर से विवेक और विज्ञान के तेज की और ले जानेवाली यह पुस्तक परंपरा का तिमिर-भेद तो है ही, विज्ञान का लक्ष्य भी है !
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Book Book Indian Institute of Management LRC General Stacks Hindi Book 398.410954 DAB (Browse shelf(Opens below)) 1 Available 003147

अंधविश्वास उन्मूलन और डॉ. नरेन्द्र दाभोलकर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं ! निरंतर 25 वर्षों की मेहनत का फल है यह ! अंधविश्वास उन्मूलन का कार्य महाराष्ट्र में विचार, उच्चार, आचार, संघर्ष, सिद्धांत जैसे पंचसूत्र से होता आ रहा है ! भारतवर्ष में ऐसा कार्य कम ही नजर आता है ! अन्धविश्वास उन्मूलन : सिद्धांत पुस्तक में गहन विचार मंथन है| ईश्वर, धर्म, अध्यात्म, धर्मनिरपेक्षता जैसे विषयों पर समाज-सुधारकों और विवेकवादी चिंतकों ने समय-समय पर जो विचार व्यक्त किये, उनके मतभेदों को आन्दोलन के अनुभवों के आधार पर और व्यक्तिगत चिंतन द्वारा परिभाषित किया गया है| ईश्वर के अस्तित्व पर विचार करते हुए लेखक का मुख्य उद्देश्य है कि—‘व्यक्ति को विवेकशील बनाकर ही विवेकवादी समाज-निर्माण का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है|’ अन्धविश्वास के तिमिर से विवेक और विज्ञान के तेज की और ले जानेवाली यह पुस्तक परंपरा का तिमिर-भेद तो है ही, विज्ञान का लक्ष्य भी है !

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